तुम जो साथ हो लिए
सितारों से आगे जहाँ बस गए
मुश्किलें आसान होती गायें
मंजिल और करीब आती गयी
तुम्हारा हाथ पकड़
हर उस राह पर चल दिए
जो राह काँटों भरी भी थी
तुम्हारी दोस्ती/प्यार ने वो ताक़त दी
कि अब तो हर मुश्किल से लड़ जाऊँ
और उफ़ भी न करूँ!!!
July 9, 2010 at 9.32 A.M.
bahut khoob dhanyavaad|
ReplyDeleteखूबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDeletethanx nirmala and sangeeta.
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