आज है कान्हा का जन्म-दिन
खुशियों से भरा है यह दिन
कान्हा आया आज इस दुनिया में
उद्धार हो गया लोगों का
मन में सबके लिए प्यार
कान्हा कहे बारम्बार
मैं तो राधे के रंग रंगा
मीरा के मन बसा
राधा बसी मेरे रोम-रोम
वो डोर तो मैं पतंग
दोनों इक दूजे के लिए
दोनों इक दूजे बिना अधूरे
कान्हा का तो जन्म ही हुआ है
राधा के लिए
राधा है तो कान्हा है
कान्हा है तो राधा
कान्हा के जन्म पर सबसे प्रसन्न है राधा
इस लिए देती कान्हा को बधाइयाँ
तुम हो
तुम रहोगे
सदा के लिए
सबके लिए
अपितु राधा के लिए
तुम विशेष रहोगे
क्योंकि राधा है तुम्हारा ही अंग
राधा तुम में समाई है
तुम राधा में
राधा की बधाई कबूल करो
हे कान्हा
तुम्हारे जन्म से ही है राधा का जन्म सफल!!
December 6, 2010 at 1. 03 A. M.
On Rakesh Mutha's birthday
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