वो जिन्होंने जान दे दी देश को आज़ाद करवाने में
आओ याद करें उनकी कुर्बानी को
सीस नीवाएं उनके आगे
शायद फिर कोई भगत सिंह न आये हमारे बीच
न ही कोई राजगुरु न सुखदेव होगा
आज तो मायावती और लालू है हमारे बीच
जो अपने जीते-जी बुत बनवायेंगे
और भगवान् की तरह पूजे जायेंगे
ये क्या करेंगे देश के लिए
ये तो खुद के लिए जिए जायेंगे
भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव
अपनी कुर्बानी पे शर्मिंदा होंगे
कि देश को आज़ाद करवाया
क्या ऐसे नेताओं के लिए??
पर ऐ मेरे हम वतन
आ आज कसम खाएं
कि उनकी कुर्बानी को ज़ाया न होने देंगे
हम भी देश के लिए कुछ कर गुजरेंगे
और देश के लिए मर कर हम भी "शहीद" कहलवायेंगे!!!!(23.03.2010)
आपने ठीक ही लिखा है, लेकिन हर कोई यही चाहता है कि भगत सिंह का जन्म पड़ोसी के यहां हो...
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