उनके आने से दिल का हर कोना भर गया
और कुछ पाने की चाहत ही नहीं रही!
चले गए जब वो मझधार में छोड़,
दिल का मकाँ वीराँ हो गया!
आज वो नहीं हैं मेरे साथ तो क्या,
कट जायेगा सफ़र-ए-ज़िन्दगी,
उनकी यादों के साथ,
जो आज भी मेरी ज़िन्दगी को महका रहीं हैं!!!(27.05.2010)
No comments:
Post a Comment