अँधेरा मेरे लिए अजनबी नहीं
छुप जाओ, वे कहते हैं
हम तुम्हारे टूटे हुए हिस्से नहीं देखना चाहते
मेरे दाग़ मुझे शर्मिंदा करते हैं
भाग जाओ, वे कहते हैं
जैसी तुम हो, तुम्हें कोई प्यार नहीं करेगा
छुप जाओ, वे कहते हैं
हम तुम्हारे टूटे हुए हिस्से नहीं देखना चाहते
मेरे दाग़ मुझे शर्मिंदा करते हैं
भाग जाओ, वे कहते हैं
जैसी तुम हो, तुम्हें कोई प्यार नहीं करेगा
सबसे तीखे शब्द जब मुझे काट डालना चाहते हैं
मैं उन्हें एक सैलाब में डूबा देना चाहती हूँ
मैंने चोट खाई है, मैं बहादुर हूँ
मैं वही हूँ जैसी मुझे होना चाहिए,
ये मैं हूँ
ध्यान दो कि मैं आ रही हूँ
ढोल-नगाड़े की आवाज़ पर
मैं बढ़ती आ रही हूँ
मुझे डर नहीं लगता कि कोई मुझे देखे
अपने होने के लिए
मैं कोई क्षमा-याचना नहीं करना चाहती
ये मैं हूँ
मैं उन्हें एक सैलाब में डूबा देना चाहती हूँ
मैंने चोट खाई है, मैं बहादुर हूँ
मैं वही हूँ जैसी मुझे होना चाहिए,
ये मैं हूँ
ध्यान दो कि मैं आ रही हूँ
ढोल-नगाड़े की आवाज़ पर
मैं बढ़ती आ रही हूँ
मुझे डर नहीं लगता कि कोई मुझे देखे
अपने होने के लिए
मैं कोई क्षमा-याचना नहीं करना चाहती
ये मैं हूँ
गोलियों की बौछार
एक बार फिर
मुझे छलनी करने को तैयार है
चलाओ, जितनी गोलियां चलानी हैं
आज मैं किसी शर्मिंदगी को
अपने अंदर घर नहीं करने दूँगी
सब बाँध तोड़
आज मैं तीव्रता से निकल पड़ी हूँ
सूर्य को पाने के लिए (मैं एक योद्धा हूँ)
हाँ, मैं यही हूँ, मैं यही हूँ
एक बार फिर
मुझे छलनी करने को तैयार है
चलाओ, जितनी गोलियां चलानी हैं
आज मैं किसी शर्मिंदगी को
अपने अंदर घर नहीं करने दूँगी
सब बाँध तोड़
आज मैं तीव्रता से निकल पड़ी हूँ
सूर्य को पाने के लिए (मैं एक योद्धा हूँ)
हाँ, मैं यही हूँ, मैं यही हूँ
उन्हें मैं खुद को तोड़ने नहीं दूँगी
न ही वो मुझे मिट्टी में मिला पाएँगे
मैं जानती हूँ, मेरी भी एक जगह है
क्योंकि मैं उत्तम हूँ
न ही वो मुझे मिट्टी में मिला पाएँगे
मैं जानती हूँ, मेरी भी एक जगह है
क्योंकि मैं उत्तम हूँ
मैं जानती हूँ
कि तुम्हारे प्यार पर मेरा हक़ है
क्योंकि ऐसा कुछ नहीं
जिसके मैं योग्य नहीं
कि तुम्हारे प्यार पर मेरा हक़ है
क्योंकि ऐसा कुछ नहीं
जिसके मैं योग्य नहीं
देखो मैं आ रही हूँ
मुझे डर नहीं लगता कि कोई मुझे देखे
अपने होने के लिए
मैं कोई क्षमा-याचना नहीं करना चाहती
ये मैं हूँ
मुझे डर नहीं लगता कि कोई मुझे देखे
अपने होने के लिए
मैं कोई क्षमा-याचना नहीं करना चाहती
ये मैं हूँ
(November 26, 2019 at 11.50 P. M.)
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