क्यों पैदा होते हैं?
क्यों मर जाते हैं?
बिना कुछ किये, बिना कुछ कमाए
ज़िन्दगी के धुएँ में खो जाते हैं!
की इसी लिए पैदा होते हैं
कि इक दिन मिट्टी में मिल जाएँ,
ख़ाक हो जाएँ
और कहीं भी उनका कोई नामो-निशाँ न रहे?
फिर क्यों पैदा होते हैं
क्या सिर्फ मरने के लिए?(25.01.1998)
Now that's a thought-provoking thought.
ReplyDeleteI have come to believe that we are born to be happy (How to be happy is a different question). A mortal's purpose of existence could not be to be considered an 'elite' mortal. Even diamonds are NOT for ever, given sufficient time :)