कुछ रिश्तों का कोई नाम नहीं होता
ऐसे रिश्ते बन जाते हैं
कब कहाँ कैसे
कोई नहीं जानता
और फिर एक दिन
यही रिश्ते बहुत अहम् हो जाते हैं
उसके लिए
जो इन रिश्तों की अहमियत को समझता है
ऐसे रिश्ते जो बन जाते हैं
जाने कब कहाँ कैसे
पर बन जाते हैं ज़िन्दगी भर के लिए!!(01.04.2006)
यही रिश्ते बहुत अहम् हो जाते हैं
ReplyDeleteउसके लिए
जो इन रिश्तों की अहमियत को समझता है
sach hai
magar enko nibhane ki taqataaj kal kum hoti ja rehi hai ...rista to rastekafool hai ....suganhdh saath rehti hai umra bhr agar aap chahe ...wah
सच कहा आपने जो रिश्ते खुद ब खुद बन जाते हैं उनका नाम तो नहीं होता लेकिन उनकी एहमियत बहुत होती है !!
ReplyDeleteआपकी इस रचना पर आपको हार्दिक बधाई
shukriya rakesh
ReplyDeleteshukriya parvinder...