जीवन और मृत्यु
तस्वीर के दो पहलू
जीवन मिला है
तो मौत भी आएगी
विधि का विधान है
ईशवर का वरदान है--
जीवन
तो मौत भी उसी की
दी हुई है
जीवन को स्वीकारते हुए
हमें मौत भी स्वीकारनी होगी
जीवन में कुछ भी निशचित नहीं
परतु मौत तो निशचित है
तो फिर मौत से कैसा भय
क्यों मौत का खौफ
मौत तो आनी है
और एक दिन अवश्य आएगी
तो क्यों न कुछ ऐसा कर जाएँ
की मरने के बाद भी न मरें
और जीवन से अधिक लोग याद करें
कुछ इस तरह
की हम हँसे और जग रोये !!!(26.03.2002)
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