'लाल' ग़र आज होता
हमारे देश में
राजनीतज्ञों का यूँ अकाल न होता
हम भी सर उठा कह पाते
'हमने चुना है इस नेता को
बागडोर दी है देश की इसके हाथ में
यकीं है हमें इसकी इमानदारी पर
इसी लिए है ये सबसे बड़ी पदवी पर
इस जैसा और नहीं
यही है सब से सही
तभी है ये देश का नेता
हमारे भारत का बेटा
ये देश को आगे ले जाएगा
चाहे इसका सब लुट जाएगा'!
है 'लाल' तो देश है
'लाल' नहीं तो बिक रहा है देश
अरे जाओ कोई तो 'लाल' लाओ
और देश को इन हरामखोरों से बचाओ!!!!
October 2, 2010 at 10.52 P.M.
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