CLOSE TO ME

My friends,
It feels good to have my own blog.....there are things which are close to my heart and things which have affected me one way or the other.....my thoughts,my desires,my aspirations,my fears my gods and my demons---you will find all of them here....I invite you to go through them and get a glimpse of my innermost feelings....................

Tuesday, August 30, 2011

नोच-नोच खाता.....

हलकी सी आवाज़ हुई,
वो कांप गयी!
हाथ उठते-उठते रुक गया,
चेहरे का रंग फक पड़ गया!
'क्या मेरी जासूसी करती हो?'
जवाब कहते न बन पाया!
उसके शब्द-भेदी बाण,
नश्तरों की तरह सीने में उतरते रहे!!

उसे नोच वो चला गया,
उसके लिए कुछ न रह गया!
ग़मों की दोपहरी ओढ़,
स्वयें में सिमटी वो,
दुबक पड़ी रही!
स्याह काली रात के अँधेरे से घने
ग़मों तले दबी वो,
दिल की धडकनें रुकने का इंतज़ार करती वो!!!!
August 30, 1.34 A.M.

4 comments:

  1. बहुत ही मार्मिक अनोखे ढंग से लिखी बेमिसाल रचना /बहुत बधाई आपको /



    please visit my blog.
    www.prernaargal.blogspot.com
    thanks

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  2. बढ़िया प्रस्तुति

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