CLOSE TO ME

My friends,
It feels good to have my own blog.....there are things which are close to my heart and things which have affected me one way or the other.....my thoughts,my desires,my aspirations,my fears my gods and my demons---you will find all of them here....I invite you to go through them and get a glimpse of my innermost feelings....................

Saturday, September 17, 2011

वक़्त.....

गर उनका आना हो जाता
वो भी वक़्त से कुछ लम्हे चुरा लेते!
पर बेरहम वक़्त को कहाँ मंज़ूर!
वक्‍त तो वक्‍त है!
किसी की भावनायों की,
वक़्त को क्या पड़ी!
पर किस-किस की भावनायों का ध्यान रखे वो?
यह तो अपना काम करता है बस!
जो समझते हैं वक़्त को,
उनकी भावनाएं तो समझ सकता है कमबख्त!
वक्‍त, पर, किसी के साथ नहीं रहता,
सब वक्‍त के साथ रहते हैं!
पर हाथ नहीं थामता किसी का!
बस संकेत भर करता है
कि चले आओ----
सब घबराहटों को पीछे छोड़कर,
मैं साथ हूं तुम्‍हारे------
September 17, 2011 at 4.33 P.M.

3 comments:

  1. मैं साथ हूं तुम्‍हारे------bhaut khubsurat abhivaykti....

    ReplyDelete
  2. खुबसूरत पंक्तिया.....

    ReplyDelete